आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति पक्षियों की सेवा करता है, उनके लिए दाने-पानी की व्यवस्था करता है उसके जीवन में धन की कभी कमी नहीं होती।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन घरों में देवी देवताओं का आदर होता है उस घर के सभी आर्थिक कार्य माता लक्ष्मी स्वयं पूरे करती है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से कुष्ठ रोगियों की मदद करता है, उनकी सेवा करता है उस पर धन देवता कुबेर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखते हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार गाय माता में सभी देवी-देवता निवास करते हैं। जो व्यक्ति गाय माता की सेवा करता है उसे पुण्यात्मा का दर्जा दिया जाता है।
अगर आप समाज के लिए और सामाजिक कार्यों में पैसे खर्च करते हैं तो आपके पास धन की कमी नहीं होगी। उल्टा आपको आदर मिलेगा और आपके धन में बरकत होगी।