महाष्टमी की संधिकाल पर हवन करना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि अति शुभ लाभदायी होता है.हवन करने का शुभ मुहूर्त शाम को 7 बजकर 42 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक का है.
रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा करने के साथ हवन भी किया जाता है।रामनवमी के दिन हवन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
बुरे दोषों को दूर करने के लिए और ईश्वर से आशीर्वाद लेने के लिए हवन किया जाता है.गृह प्रवेश हवन के दौरान सुगंधित और औषधीय जड़ी-बूटियां और कपूर घर को शुद्ध करते हैं |